शख्स हर झुकता है हर शख्स का कोई अतीत होता है हर वक़्त जो उसके संग होता है सच अकेला होता है चाहत हर रोज़ बढ़ती है छुआ है हर मन का कोना को हर एक पेड़ लगाना है

Hindi हर शख्स अकेला है Poems